12+ Tourist Places In Varanasi : वाराणसी में घूमने की 12+ जगह

वाराणसी को भगवान शिव की नगरी कहा जाता है। वाराणसी में गौतम बुद्ध ने सारनाथ में अपना प्रथम उपदेश दिया था। वाराणसी में ही संत कबीर का प्राकट्य हुआ था। वाराणसी में अनेक जैन तीर्थंकरों का जन्म हुआ था। वाराणसी संत रविदास की भी तपस्थली रही है। महान स्वतंत्रता सेनानी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का जन्म स्थल भी वाराणसी है।

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1 वाराणसी में घूमने लायक जगह : Tourist Places In Varanasi

वाराणसी उत्तर भारत का एक महत्वपूर्ण शिक्षा केंद्र है। वाराणसी आधुनिकतम चिकित्सा सुविधाओं का भी केंद्र है। इस प्रकार वाराणसी एक बहुआयामी नगर है।

वाराणसी में घूमने लायक जगह : Tourist Places In Varanasi

यदि आप काशी में घूमने के लिए आते हैं तो आपके लिए अनेक दर्शनीय स्थल यहां पर उपस्थित है जहां आप जा सकते हैं जिनका वर्णन इस प्रकार से है-

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी (Shri Kashi Vishwanath Mandir Varanasi)

यह मंदिर भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक है जिसे काशी विश्वनाथ ज्योर्तिलिंग कहा जाता है। यह बहुत ही दिव्य और बहुत ही भव्य मंदिर है। यह भगवान शिव का मंदिर है इस मंदिर में भगवान शिव की विश्वनाथ या विश्वेश्वर के रूप में उपासना की जाती है।

इस मंदिर के शिखर पर सोना जड़ा हुआ है जिसके कारण यह मंदिर बिल्कुल स्वर्णिम आभा लिए दिखाई देता है। कुछ वर्षों पहले तक यह मंदिर तंग गलियों में स्थित था। लेकिन अब सरकार के द्वारा यहां बहुत ही भव्य और खूबसूरत कॉरिडोर का निर्माण करवाया गया है। अब इस मंदिर के परिसर का विस्तार गंगा जी के किनारे तक हो गया है।

इस मंदिर के परिसर में भगवान नंदी की एक विशाल प्रतिमा स्थापित है।इस मंदिर के परिसर मैं देवी अन्नपूर्णा का मंदिर भी है।

बाबा काल भैरव मंदिर वाराणसी (Baba Kal Bhairav Mandir Varanasi)

बाबा काल भैरव को काशी का कोतवाल कहा जाता है ऐसा माना जाता है एकादशी की सुरक्षा की जिम्मेदारी बाबा काल भैरव जी के ऊपर है यदि आप बनारस में आए तो बाबा काल भैरव जी के मंदिर में दर्शन करने अवश्य आए यहां दर्शन करने के बाद आपको अपने अंदर एक दिव्य ऊर्जा का अनुभव होगा।

वाराणसी के घाट

वाराणसी गंगा नदी के तट पर बसा हुआ नगर है। गंगा जी के किनारे किनारे बनारस में बहुत ही खूबसूरत अनेक घाट हैं। अगर आप बनारस में घूमने आए तो गंगा जी में नौका विहार अवश्य करें। बनारस की असली खूबसूरती गंगा जी में नौका विहार करते समय घाटों पर दिखाई देती है।

बनारस में गंगा जी के लगभग सभी घाटों पर शाम को गंगा आरती का बहुत ही भव्य नजारा होता है। तो यदि आप बनारस में घूमने आए तो किसी न किसी घाट पर आप गंगा आरती अवश्य देखें। बनारस के कुछ मुख्य घाट इस प्रकार से है-

दशाश्वमेध घाट
राजेन्द्र प्रसाद घाट
अस्सी घाट
नमो घाट और राजघाट

संकट मोचन मंदिर वाराणसी (Sankat Mochan Mandir Varanasi)

यह हनुमान जी का मंदिर है। ऐसा माना जाता है कि यहां दर्शन करने से भक्तों के सारे संकट दूर हो जाते हैं। इसीलिए इस मंदिर को संकट मोचन मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर का प्रांगण बहुत ही विशाल है। यह बहुत ही हरे-भरे पेड़ पौधों से आच्छादित मंदिर है।

दुर्गा मंदिर एवं दुर्गा कुंड वाराणसी (Drga Kund Varanasi)

यह मंदिर देवी दुर्गा माता का मंदिर है। यह लाल रंग का बहुत ही खूबसूरत और भव्य मंदिर है। इस मंदिर के प्रांगण में एक बहुत ही विशाल और बहुत ही खूबसूरत तालाब भी है जिसको दुर्गा कुंड के नाम से जाना जाता है।

तुलसी मानस मंदिर वाराणसी

यह मंदिर रामचरितमानस और संत श्री तुलसीदास जी को समर्पित है। यह सफेद संगमरमर से निर्मित बहुत ही खूबसूरत और भव्य मंदिर है। इस मंदिर की दीवारों पर रामचरितमानस की चौपाइयां और दोहे अंकित किए गए हैं।

इस मंदिर में प्रभु श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। इस मंदिर में रामचरितमानस की कथाओं और अन्य पौराणिक कथाओं से संबंधित झांकियां भी स्थापित की गई हैं। यह झांकियां बहुत ही खूबसूरत और बहुत ही दिव्य अनुभव देने वाली हैं।

त्रिदेव मंदिर

यह मंदिर तुलसी मानस मंदिर और संकट मोचन मंदिर के बीच में स्थित है। यह मंदिर तीन देवताओं को समर्पित है। यह बहुत ही खूबसूरत मंदिर है।

BHU में विश्वनाथ मंदिर

यह मंदिर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण उद्योगपति बिरला परिवार के द्वारा करवाया गया है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह बहुत ही खूबसूरत बहुत विशाल और बहुत ही भव्य मंदिर है।

इस मंदिर के गेट के बाहर खाने-पीने, नाश्ते और भोजन की बहुत सी दुकाने हैं। इन दुकानों पर बहुत ही स्वादिष्ट भोजन और नाश्ता उपलब्ध होता है। यदि आप इस मंदिर में दर्शन करने आए तो इसके गेट पर स्थित नाश्ते की दुकानों पर नाश्ते क का स्वाद अवश्य लें।

संत रविदास मंदिर

यह मंदिर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पास सीर गोवर्धनपुर नामक स्थान पर स्थित है। यह मंदिर संत रविदास जी को समर्पित है। संत रविदास जी की जयंती के समय यहां लाखों श्रद्धालुओं का आवागमन होता है।

यहां पर उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं के अलावा अन्य राज्यों से विशेषकर पंजाब और हरियाणा से रविदासी समुदाय के श्रद्धालुओं का भारी संख्या में आवागमन होता है।

सारनाथ वाराणसी

महात्मा गौतम बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिया था सारनाथ में गौतम बुद्ध से जुड़े हुए अनेक दर्शनीय स्थल है जहां पर जाकर के आपका भरपूर मनोरंजन और ज्ञानवर्धन होगा अतः यदि आप बनारस में आए हैं तो सारनाथ घूमने जरूर जाएं सारनाथ में आप निम्नलिखित स्थानों पर घूमने जा सकते हैं-

धमेख स्तूप एवं पार्क
चौखंडी स्तूप
सारनाथ संग्रहालय वाराणसी
बुद्ध मंदिर (उपदेश देते हुए बुद्ध जी, धर्म चक्र, मिनी जू)
तिब्बती मंदिर

यह तिब्बती लोगों के द्वारा बनवाया गया बहुत ही खूबसूरत और कलाकृति युक्त मंदिर है। यहां का वातावरण बहुत ही शांत रहता है। इस मंदिर में गौतम बुद्ध के अलावा दलाई लामा की भी प्रतिमा स्थापित की गई है।

स्वर्वेद मंदिर

यह दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन सेंटर है। यह स्वामी सदाफलदेव महाराज जी की प्रेरणा से उनके अनुयायियों के द्वारा निर्मित करवाया गया है।

इसके परिसर में एक साथ हजारों लोग बैठकर के योगाभ्यास और मेडिटेशन कर सकते हैं। इसमें सात मंजिलें हैं। यह बहुत ही भव्य, बहुत ही विशाल और बहुत ही सुकून और शांति भरा स्थान है। शाम के समय यहां घूमने वालों की काफी भीड़ होती है।

मार्कण्डेय महादेव मंदिर

यह शंकर भगवान का मंदिर है। यह मंदिर वाराणसी-गाजीपुर मार्ग पर गंगा और गोमती नदी के संगम के पास स्थित है। यहां सावन के महीने में और वर्ष के हर समय सोमवार के दिन बहुत भीड़ रहती है यहां आप भगवान शिव का दर्शन पूजन और रुद्राभिषेक कर सकते हैं।

अन्य दर्शनीय स्थल

वाराणसी यात्रा के दौरान आप ऊपर वर्णित स्थान के अलावा अन्य जगहों पर भी घूम फिर सकते हैं दर्शन पूजन कर सकते हैं कुछ अन्य महत्वपूर्ण स्थल इस प्रकार से है-

रामेश्वर महादेव मंदिर
सारंग देव मंदिर सारनाथ
शीतला माता मंदिर अदलपुरा
बाबा कीनाराम की स्थली क्रीं कुंड
शूलटंकेश्वर मंदिर

वाराणसी में आप क्या-क्या कर सकते हैं-

बनारस में यात्रा के दौरान आप निम्नलिखित गतिविधियों को अपने कार्यक्रम में शामिल कर सकते हैं-

मंदिरों में दर्शन,

सारनाथ में भ्रमण,

गंगा नदी में स्नान,

घाटों पर घूमना-फिरना,

बनारस के पान और बनारस की ठंडई का स्वाद लेना,

सुबह बनारस की कचौड़ी और दही जलेबी का स्वाद लेना,

शाम को पानी-पूरी, चाट और लोकल स्ट्रीट फूड का स्वाद लेना

निष्कर्ष

इस प्रकार हमने वाराणसी में घूमने लायक स्थानों के बारे में आपको इस आर्टिकल के माध्यम से कुछ जानकारी दिया। हमें आशा है की आपको अपने बनारस यात्रा के दौरान इस जानकारी से कुछ लाभ प्राप्त होगा। इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार और धन्यवाद।

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